हमारी प्राथमिकता क्या होनी चाहिए? - Satnam Dharm (सतनाम धर्म)

हमारी प्राथमिकता क्या होनी चाहिए?

सतनामी एवं सतनाम धर्म के अनुयायियों के मार्गदर्शन के संबंध में सामाजिक संगठनों, परिषदों एवं समितियों से विशेष आग्रह .....................



1. सतनामी समाज के सर्वांगीण विकास के लिए तत्पर समाज के सभी संगठनों/समूहों को मिलकर / साझेदारी करते हुए एक सामाजिक वेबसाईट एवं मोबाइल एप्लीकेशन की शुरूआत करना चाहिए। इसके माध्यम से सतनामी समाज के प्रत्येक नागरिकों, छात्र-छात्राओं, युवक-युवतियों, शासकीय व निजी क्षेत्र के अधिकारी/कर्मचारियों को उनके आवश्यकतानुसार निःशुल्क मार्गदर्शन (ईमेल/वाट्सएप एवं एसएमएस के माध्यम से) दिया जा सके। - इसके माध्यम से शासकीय योजनाओं एवं शासकीय नौकरियों के विज्ञापन इत्यादि के जानकारी से समाज को तत्काल अवगत कराया जाएगा।

2. समाज के छात्र/छात्राओं एवं बेरोजगार युवक/युवतियों के मार्गदर्शन/प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी हेतु प्रत्येक विकास खण्ड स्तर अथवा प्रत्येक बडे सतनामी ग्राम में एक-एक निःशुल्क मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण केन्द्र खोला जावे। जिसमें 1या 1सेअधिक विडियो क्लासरूम (प्रोजेक्टर व कम्प्यूटर से अध्यापन एवं मार्गदर्शन हेतु) हो। जिसके माध्यम से देश के प्रमुख पदों (वैज्ञानिक, डाॅक्टर, पाॅयलट, आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, इंजिनियर, प्रोफेसर, जज, अधिवक्ता इत्यादि हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी कराया जा सके एवं मार्गदर्शन दिया जावे। ध्यान रखें सभी केन्द्र में केवल आॅपरेटर ही रखे जाऐंगे, किसी भी प्रकार के शिक्षक रखने की आवश्यकता नही होनी चाहिए। राज्य स्तर में केवल एक ही स्थान पर रिकार्डिग सेंटर तैयार किया जावेगा, जिसमें विशेषज्ञ के द्वारा अध्यापन एवं मार्गदर्शन किया जावेगा। रिकार्डिंग को यू-ट्यूब के माध्यम से अथवा अन्य माध्यम से संबंधित केन्द्र तक पहूचाया जावेगा। 

3. 10वीं उत्तीर्ण शिक्षा में कमजोर एवं शारीरिक रूप से सक्षम छात्र-छात्राओं को राज्य पुलिस, केन्द्र शासित प्रदेशों के पुलिस, राज्य एवं केन्द्रीय सशस्त्र बलों एवं तीनों सेनाओं में भर्ती हेतु ब्लाक स्तर पर विशेष प्रशिक्षण प्रदान किये जाऐंगे।

4. कंडिका 1 से 3 की पूर्ति हेतु समाज के दानदाताओं से अपील किया जावेगा कि वे मूर्तिपूजा व अन्य मंदिरों में चढावा के बजाय समाज को सहयोग प्रदान कर। प्रत्येक शासकीय सेवक अपने स्वेच्छानुसार 1 दिन का वेतन अथवा 500 रूपये सहयोग समाज के खाता में जमा करेंगे। बडे किसान, व्यापारी एवं निजी क्षेत्र के बडे पदों में आसीन व्यक्ति भी स्वेच्छानुसार समाज को दान करेगे। - इस हेतु राज्य के सभी मौजूदा संगठनों के अध्यक्षों एवं सचिव के योग से एक ट्रस्ट बनाया जावे, ट्रस्ट के खाता में दान एवं सहयोग राशि जमा हो।

5. प्रत्येक माता-पिता का दायित्व होगा कि वह अपने पाल्य को हाईस्कूल शिक्षा प्रदान कराये, अन्यथा स्थिति में समाज को शैक्षणिक कार्य हेतु सहयोग प्रदान करना होगा।

6. समाज का हर व्यक्ति अपने आप में सक्षम हो इस हेतु सभी संगठन मिलकर अपना अपना योगदान दें। 

7. सतनामी एवं सतनाम धर्म विकास परिषद के माध्यम से ग्राम गब्दी, पाटन जिला दुर्ग में एक सतनाम बाल संस्कार केन्द्र खोला गया है, जिसे अनुकरणीय पहल के रूप में स्वीकारा जा सकता है।

8. सतनामी कृषकों को परम्परागत कृषि के स्थान पर उन्नत कृषि अपनाने हेतु प्रेरित किया जावे। किसानों को अपने खेत में फलदार वृक्ष (अनार, आम, मुनगा, केला, अमरूद, पपीता, नीबु, कटहल इत्यादि) मसाले (तेज पत्ता, दालचीनी, मीठानीम, इत्यादि), इमारती लकडी एवं सब्जी लगाने हेतु प्रेरित किया जावे।

9. संभवतः पहलीबार प्रगतिशील सतनामी समाज द्वारा मृत्युभोज की अनिवार्यता समाप्त करने हेतु अनुरोध किया गया है, जो पूर्णतः मान्य योग्य है। इसके साथ ही पुरूष मृत्यु अथवा परिवार के कमाउ सदस्य के मृत्यु होने पर परिवार के जिम्मेदार महिला को संबंधित ग्राम, आसपास के ग्राम एवं सामाजिक संगठनों/समितियों को आर्थिक सहयोग करना चाहिए, साथ ही भविष्य में सहयोग के लिए तत्पर रहना चाहिए। 

10. किसी भी व्यक्ति के बिमार होने, अस्पताल में भर्ती होने की दशा में हम उन्हें अस्पताल में मिलने जाकर उन्हें सांत्वना देने के साथ ही उनके लिए आर्थिक एवं मानसिक बोझ भी बन जाते हैं। इसलिए हम जब भी किसी बिमार व्यक्ति से अस्पताल अथवा घर मिलने/देखने जायें, अपने परिजनों से सहयोग राशि मांग कर चाहे 2रूपये का हो पर अर्थिक सहयोग जरूर करें।

11. समाज के द्वारा मूर्तिपूजा को पूर्णतः बंद कर देना चाहिए।


HP Joshi Satnami
Naya Raipur, Chhattisgarh
Call 9406003006
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Durgmaya Educational Foundation

हम भारत के नागरिकों के लिए भारत का संविधान समस्त विश्व के सारे धार्मिक पुस्तकों से अधिक पूज्यनीय और नित्य पठनीय है। यह हमारे लिए किसी भी ईश्वर से अधिक शक्ति देने वाला धर्मग्रंथ है - हुलेश्वर जोशी

निःशूल्क वेबसाईड - सतनामी एवं सतनाम धर्म का कोई भी व्यक्ति अपने स्वयं का वेबसाईड तैयार करवाना चाहता हो तो उसका वेबसाईड निःशूल्क तैयार किया जाएगा।

एतद्द्वारा सतनामी समाज के लोगों से अनुरोध है कि किसी भी व्यक्ति अथवा संगठन के झांसे में आकर धर्म परिवर्तन न करें, समनामी एवं सतनाम धर्म के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए सतनामी समाज का प्रत्येक सदस्य हमारे लिए अमूल्य हैं।

एतद्द्वारा सतनामी समाज से अपील है कि वे सतनाम धर्म की संवैधानिक मान्यता एवं अनुसूचित जाति के पैरा-14 से अलग कर सतनामी, सूर्यवंशी एवं रामनामी को अलग सिरियल नंबर में रखने हेतु शासन स्तर पर पत्राचार करें।