शिक्षा एवं भविष्य पर आधारित सुझाव
# दिन की शुरुआत प्रातः 04:00 - 04:15 के मध्य करें, अर्थात निद्रा का त्याग कर दें ।
# तनाव मुक्ति के लिए नियमित 15 मिनट प्राणायाम करें।
# माता श्यामा देवी के शिक्षा ग्रहण पहले, भोजन ग्रहण नहले के सिद्धांत का पालन करें।
# रात्रि 23:00 के पूर्व अनिवार्य रूप से अपना होम वर्क पूर्ण कर निद्रामग्न हो जाएँ।
# नियमित विद्यालय जाएँ शिक्षा ग्रहण करें, आवश्यकता पड़ने पर कोचिंग, यूट्यूब वीडियो व एक्सपर्ट का सहारा जरूर लें।
# पुरे शिक्षासत्र के दौरान सोशल मीडिया यथा व्हाट्सएप्प, फेसबुक इत्यादि का कतई प्रयोग न करें साथ ही टेलीफोनिक वार्ता से भी परहेज करें।
# दो शिक्षासत्र के अंतराल में अपने अंतिम शैक्षणिक उद्देश्य को दृष्टिगत उनसे सम्बंधित प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए क्रेश कोर्स करें यह कोर्स सम्बंधित प्रतियोगी एग्जाम के कमसेकम 3 वर्ष पूर्व प्रारम्भ करें और शिक्षासत्र के दौरान भी नियमित रूप से कमसेकम 1घंटे तैयारी अवश्य करें :
1 यदि आपको डॉक्टर बनना हो तो आप क्लास 6th से 8th तक नीट की तैयारी शुरू करें।
2 यदि आईआईटी, आईआईएम या विदेशो के ख्यातिप्राप्त विश्विद्यालयों में प्रवेश चाहते हैं तो 6th से 8th तक सम्बंधित एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी शुरू करें।3 यदि आपको आईएएस, आईएफएस या आईपीएस बनना हो तो आप 9th से 11th तक सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरू करें।उपरोक्त अनुसार ही प्रोफेसर, वैज्ञानिक, सेना के अधिकारी, पायलेट जैसे महत्वपूर्ण पदों के लिये तैयारी शुरू करें।
# पालकों से अनुरोध है कि आप अपने पाल्य के शिक्षा को केवल विद्यालय पर आश्रित न छोड़ें, व्यतिगत रूचि के साथ कमसेकम 1घंटे उनका मार्गदर्शन करें आवश्यक होने पर कोचिंग और अच्छे सलाहकारों की सलाह भी उपलब्ध करावें।
# समाजसेवकों व आम नागरिकों से निवेदन हैकि आप अपने आसपास के प्रतिभावान/गैरप्रतिभावान् व जरूरतमंद स्टूडेंट्स को उनके आवश्यकता के अनुरूप पुस्तकें, नोटबूक, सीडी, फीस, अन्य सुविधाएँ सहयोग व मार्गदर्शन मुहैया करावें यदि संभव न हो तो अपने दोस्तों, परिजनों व सहकर्मियों को इसहेतु प्रेरित करेंकि वह उक्तवत स्टूडेंट्स का सहयोग करे।
हुलेश्वर जोशी
उपाध्यक्ष,
लाइफ केअर वैकल्पिक चिकित्सा
सेवा संस्थान, लोरमी
मोबाइल 9406003006