सतनामी संतों, माताओं और बहनों से विनम्र निवेदन है कि वे किसी भी धर्म अथवा जाति के लोगों से वैचारिक, सामाजिक, धार्मिक अथवा आध्यात्मिक मतभेद को लेकर न उलझें। अर्थात कौन से जाति या धर्म के लोग क्या सही या क्या गलत कर रहे हैं उसमें ध्यान न दें; अपने जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास आज से अभी से करिए.....
अपने आसपास के प्रमुख लोगों पर नजर रखो, कहीं कोई व्यक्ति अपने राजनैतिक महत्वाकांक्षा के लिए आपको आत्मघाती हमलावर अथवा मानवता के दुश्मन तो नही बनाने वाले हैं।
कतिपय मामलों में देखा गया है कि कुछ सामाजिक ग्रुप (सतनामी समाज के व्हाट्सएप ग्रुप) में बहिरूपिया लोग शामिल होकर, समाज को लड़ाने और गिराने का काम कर रहे हैं। इन ग्रुप में वे लोग भी हैं जो धर्म परिवर्तन कर चुके हैं या जो खुद को सतनामी नहीं मानते; ऐसे लोगों से भी हमे बचने की जरूरत है।
सतनामी समाज की प्रमुख लक्ष्य/प्राथमिकता उच्च शिक्षा और रोजगार - स्वरोजगार होनी चाहिए।
संविधान के मूल प्रस्तावना पर आधारित देश के वैधानिक कानून के दायरे में रहकर काम करें। अथवा जेल जाने के लिए तैयार रहें....
*साहेब सतनाम*
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(HULESHWAR JOSHI)
Narayanpur, CG
Jay satnam
जवाब देंहटाएंAapne Bohot achha kaha h bhai.👌👌👌