मानवीय अपील : गौ वध रोकने के लिए - Satnam Dharm (सतनाम धर्म)

सोमवार, 22 दिसंबर 2014

मानवीय अपील : गौ वध रोकने के लिए

मानवीय अपील : गौ वध रोकने के लिए

           मै आचार्य हुलेश्वर जोशी, सुपूत्र श्री शैलकुमार जोशी, दिनांक 18 दिसंबर 2014 को परमपूज्यनीय गुरूघासीदास बाबा और परमपूज्यनीय मालिक जोशी सतनामी के प्रथम पून्यतिथि के पावन अवसर पर गौ (गाय) माता को राजमाता घोषित कर, राजमाता के रूप में अगीकृत कर सदैव उनका सम्मान अपनी जन्मदेने वाली मां के समान अर्थात धर्ममाता के रूप में करने का संकल्प लिया है l इसके साथ ही मैनें समस्त देशवासियों से अपील भी किया है कि आप सभी भी गौ माता को राजमाता/धर्ममाता के रूप में मानने के लिए संकल्प लें और उनके सेवा को अपना परम धर्म व सौभाग्य मानें l

अतएव मेरा आप सभी से पुन: विनती है कि आप मेरी धर्ममाता/राजमाता/गौ माता का हत्या अविलंब ही त्याग दें और मानवीय आधार पर संकल्प लें कि आप किसी मां का हत्या नही करेंगें वरन आप लोग मेरी मां को भी अपनी मां की भांति सेवा का संकल्प लें l

आपको ज्ञात हो कि लगभग 1937 में सर्वप्रथम सतनामी समाज के धर्मगुरू आगमदास गोसाई के अगुआई में सतनामी समाज के महान सपूतो जिनमें प्रमुख रूप से राजमहंत नैनदास मंत्री, राजमहंत अंजोरदास व्हाइस प्रेसीडेंट, राजमहंत विशालदास एवं अन्य 27 सतनामी सपुतों द्वारा गौ हत्या विरोधी अभियान चलाया गया फलत: अंग्रजों द्वारा "श्री गौ माता की जै" शीर्षक से एक परिपत्र जारी कर करमनडीह, ढ़ाबाड़ीह में बने विशाल बुचड़ खाना जिसमे प्रतिदिन हजारो बेजुबान जानवरो की निरमम हत्या की जाती थी अंग्रेजो द्वारा बंद करवाया गया l

इसीक्रम में यदि भारत देश में गौ हत्या पर रोक नही लगेगी तो अवश्यही सतनाम धर्म जोकि छत्तीसगढ राज्यमें विगत 03 सदियों से गौ रक्षा और मानव सेवा के कार्यों हेतु सक्रिय हैl सतनाम धर्म द्वारा पुन: गौ रक्षा के लिए अभियान तेज किया जावेगाl

इसलिए आप सभी से अनुरोध है कि आजही गौ वध रोकने में हमारा सहयोग करें, गौ हत्या करने वाले के बारे में हमें 94060-03006/98261-64156 में अवगत कराते हुए आप अपने मनुष्य होने का धर्म पालन करें व हमारा सहयोग करें l

आचार्य हुलेश्वर जोशी
94060-03006/

98261-64156

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हम भारत के नागरिकों के लिए भारत का संविधान समस्त विश्व के सारे धार्मिक पुस्तकों से अधिक पूज्यनीय और नित्य पठनीय है। यह हमारे लिए किसी भी ईश्वर से अधिक शक्ति देने वाला धर्मग्रंथ है - हुलेश्वर जोशी

निःशूल्क वेबसाईड - सतनामी एवं सतनाम धर्म का कोई भी व्यक्ति अपने स्वयं का वेबसाईड तैयार करवाना चाहता हो तो उसका वेबसाईड निःशूल्क तैयार किया जाएगा।

एतद्द्वारा सतनामी समाज के लोगों से अनुरोध है कि किसी भी व्यक्ति अथवा संगठन के झांसे में आकर धर्म परिवर्तन न करें, समनामी एवं सतनाम धर्म के लोगों के सर्वांगीण विकास के लिए सतनामी समाज का प्रत्येक सदस्य हमारे लिए अमूल्य हैं।

एतद्द्वारा सतनामी समाज से अपील है कि वे सतनाम धर्म की संवैधानिक मान्यता एवं अनुसूचित जाति के पैरा-14 से अलग कर सतनामी, सूर्यवंशी एवं रामनामी को अलग सिरियल नंबर में रखने हेतु शासन स्तर पर पत्राचार करें।